Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 7359 | Date: 04-May-1998
कुछ तो कहो, कुछ तो कहो, मेरे प्रभु अब कुछ तो कहो
Kucha tō kahō, kucha tō kahō, mērē prabhu aba kucha tō kahō

પ્રેમ, ભક્તિ, શિસ્ત, શાંતિ (Love, Worship, Discipline, Peace)



Hymn No. 7359 | Date: 04-May-1998

कुछ तो कहो, कुछ तो कहो, मेरे प्रभु अब कुछ तो कहो

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kucha tō kahō, kucha tō kahō, mērē prabhu aba kucha tō kahō

પ્રેમ, ભક્તિ, શિસ્ત, શાંતિ (Love, Worship, Discipline, Peace)

1998-05-04 1998-05-04 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=15348 कुछ तो कहो, कुछ तो कहो, मेरे प्रभु अब कुछ तो कहो कुछ तो कहो, कुछ तो कहो, मेरे प्रभु अब कुछ तो कहो,

करता हूँ गुणगान तेरा, एक हल्की सी मुस्कान तो दो।

आना है पास तेरे, रुके ना पैर मेरे, अब ऐसा तो करो

उम्मीद भरा तो है दिल मेरा, भरी है उम्मीद तेरी उन्हें पूरी करो।

हर समय रहे याद तेरी, कुछ जीवन में ऐसा करो

जीवन में रंग भरा रहे तेरा, रंग जीवन में ऐसा तो भरो

है भाव भरा दिल तो मेरा, ना उपेक्षा उनकी तो करो,

इंत़जार की बीत रही है घड़ियाँ, अब कुछ रहम तो करो।

न दूर हो, ना पास हो, हमारी कसौटी कुछ कम करो,

दिया है भाव भरा दिल तूने, निवास अब उस में तो करो।
https://www.youtube.com/watch?v=cNz8kWteJbw
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कुछ तो कहो, कुछ तो कहो, मेरे प्रभु अब कुछ तो कहो,

करता हूँ गुणगान तेरा, एक हल्की सी मुस्कान तो दो।

आना है पास तेरे, रुके ना पैर मेरे, अब ऐसा तो करो

उम्मीद भरा तो है दिल मेरा, भरी है उम्मीद तेरी उन्हें पूरी करो।

हर समय रहे याद तेरी, कुछ जीवन में ऐसा करो

जीवन में रंग भरा रहे तेरा, रंग जीवन में ऐसा तो भरो

है भाव भरा दिल तो मेरा, ना उपेक्षा उनकी तो करो,

इंत़जार की बीत रही है घड़ियाँ, अब कुछ रहम तो करो।

न दूर हो, ना पास हो, हमारी कसौटी कुछ कम करो,

दिया है भाव भरा दिल तूने, निवास अब उस में तो करो।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

kucha tō kahō, kucha tō kahō, mērē prabhu aba kucha tō kahō,

karatā hūm̐ guṇagāna tērā, ēka halkī sī muskāna tō dō।

ānā hai pāsa tērē, rukē nā paira mērē, aba aisā tō karō

ummīda bharā tō hai dila mērā, bharī hai ummīda tērī unhēṁ pūrī karō।

hara samaya rahē yāda tērī, kucha jīvana mēṁ aisā karō

jīvana mēṁ raṁga bharā rahē tērā, raṁga jīvana mēṁ aisā tō bharō

hai bhāva bharā dila tō mērā, nā upēkṣā unakī tō karō,

iṁta़jāra kī bīta rahī hai ghaḍa़iyām̐, aba kucha rahama tō karō।

na dūra hō, nā pāsa hō, hamārī kasauṭī kucha kama karō,

diyā hai bhāva bharā dila tūnē, nivāsa aba usa mēṁ tō karō।
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Hindi Bhajan no. 7359 by Satguru Devendra Ghia - Kaka

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