1997-05-26
1997-05-26
1997-05-26
https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=16785
प्यार के तो हम है पंछी, प्यार के सागर की ओर है उड़ान हमारी
प्यार के तो हम है पंछी, प्यार के सागर की ओर है उड़ान हमारी
शराफत को हमारी कमजोरी ना समझो, प्यार को ना समझो हमारी मजबूरी।
प्यार तो है जीवन तो हमारा, हमारे जीवन को तो मजाक ना समझो।
प्यार से भरा जीवन है, हमारी कहानी, हमारा जीवन हम से तो ना लूटो।
ज़िंदगी से तो है ना हमें कोई शिकायत करनी है, तो करो हमारी, हमें तो प्यार से
ना जनम या जीतने का दावा है, हमारी ज़िंदगी जी रहे है, जीने दो हमें प्यार से।
प्यार भरे श्वास ले रहे, हम तो, जीवन में, रुकावट ना उसमें तो डाले
प्यार का सौदा ना करते हैं हम तो जीवन में, प्यार देना जीवन में हम हैं तो सीखे
प्यार भरा जीवन जीना हम हैं चाहते, जीवन को नष्ट नही करना चाहते
प्यार तो है जीवन का श्रृंगार, जीवन को तो हम प्यार से सजाना चाहते।
https://www.youtube.com/watch?v=SOYjU08jsgU
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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प्यार के तो हम है पंछी, प्यार के सागर की ओर है उड़ान हमारी
शराफत को हमारी कमजोरी ना समझो, प्यार को ना समझो हमारी मजबूरी।
प्यार तो है जीवन तो हमारा, हमारे जीवन को तो मजाक ना समझो।
प्यार से भरा जीवन है, हमारी कहानी, हमारा जीवन हम से तो ना लूटो।
ज़िंदगी से तो है ना हमें कोई शिकायत करनी है, तो करो हमारी, हमें तो प्यार से
ना जनम या जीतने का दावा है, हमारी ज़िंदगी जी रहे है, जीने दो हमें प्यार से।
प्यार भरे श्वास ले रहे, हम तो, जीवन में, रुकावट ना उसमें तो डाले
प्यार का सौदा ना करते हैं हम तो जीवन में, प्यार देना जीवन में हम हैं तो सीखे
प्यार भरा जीवन जीना हम हैं चाहते, जीवन को नष्ट नही करना चाहते
प्यार तो है जीवन का श्रृंगार, जीवन को तो हम प्यार से सजाना चाहते।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
pyāra kē tō hama hai paṁchī, pyāra kē sāgara kī ōra hai uḍa़āna hamārī
śarāphata kō hamārī kamajōrī nā samajhō, pyāra kō nā samajhō hamārī majabūrī।
pyāra tō hai jīvana tō hamārā, hamārē jīvana kō tō majāka nā samajhō।
pyāra sē bharā jīvana hai, hamārī kahānī, hamārā jīvana hama sē tō nā lūṭō।
ja़iṁdagī sē tō hai nā hamēṁ kōī śikāyata karanī hai, tō karō hamārī, hamēṁ tō pyāra sē
nā janama yā jītanē kā dāvā hai, hamārī ja़iṁdagī jī rahē hai, jīnē dō hamēṁ pyāra sē।
pyāra bharē śvāsa lē rahē, hama tō, jīvana mēṁ, rukāvaṭa nā usamēṁ tō ḍālē
pyāra kā saudā nā karatē haiṁ hama tō jīvana mēṁ, pyāra dēnā jīvana mēṁ hama haiṁ tō sīkhē
pyāra bharā jīvana jīnā hama haiṁ cāhatē, jīvana kō naṣṭa nahī karanā cāhatē
pyāra tō hai jīvana kā śrr̥ṁgāra, jīvana kō tō hama pyāra sē sajānā cāhatē।
English Explanation |
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In this bhajan Kakaji (Shri. Devendra Ghiaji) is telling us the importance of love in life. Life is the ocean of love so understand and decorate your life with love.
We are birds of love, flying towards the ocean of love.
Do not consider my decency as my weakness; do not consider my love as helplessness.
Love is my life, do not consider my life as a joke.
Life is full of love, don't rob me from my story, my life.
Have no complaint from this life, if you want to complain then complain about me,
I am not born or claim to win from love.
I am living my life, let me live with love.
Every breath I am breathing of love in my life, please don't obstruct it.
I don't bargain with love in my life, I have learned only to give love.
I want to live a loving life, don't want to destroy my life.
Love is the makeup of life, want to decorate my life with love.
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