Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 6403 | Date: 06-Oct-1996
चाहता नही दुःख दर्द में दिलासा प्रभु, देना है तो सहनशक्ति और दीजिए।
Cāhatā nahī duḥkha darda mēṁ dilāsā prabhu, dēnā hai tō sahanaśakti aura dījiē।

પ્રાર્થના, ધ્યાન, અરજી, વિનંતી (Prayer, Meditation, Request)



Hymn No. 6403 | Date: 06-Oct-1996

चाहता नही दुःख दर्द में दिलासा प्रभु, देना है तो सहनशक्ति और दीजिए।

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cāhatā nahī duḥkha darda mēṁ dilāsā prabhu, dēnā hai tō sahanaśakti aura dījiē।

પ્રાર્થના, ધ્યાન, અરજી, વિનંતી (Prayer, Meditation, Request)

1996-10-06 1996-10-06 https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=12392 चाहता नही दुःख दर्द में दिलासा प्रभु, देना है तो सहनशक्ति और दीजिए। चाहता नही दुःख दर्द में दिलासा प्रभु, देना है तो सहनशक्ति और दीजिए।

मुहब्बत भरी नज़र डाल नही सकते जीवन में, करुणाभरी नज़र हम पर फेंक दीजिए।

पाई सारी खुदाई कमी तेरी नज़रों की जीवन में, वही नज़र मुझ पर अब डाल दीजिए।

हालत हमारी माँग रही है, दाद प्रभु तेरी, अब तो हालत पर हमारी रहम खाईये

नाकामयाबियों की पहन कर माला, घूम रहे हैं इस संसार में, एकबार नज़र इस पर डालिये।

हर बार कोशिश कर रहें है हम, अब हमारी कोशिशों को, मंजिल पर पहुँचा दीजिए।

टूटे ना हिम्मत से जीवन में कभी, ऐसी हिम्मत हमारे दिल में तो भर दीजिए।

लिखी है जब हमारे जीवन की कहानी, जीवन में से असत्य का अक्षर मिटा दीजिए।

राजी हूँ तो मैं, जब तेरी राजी में प्रभु, दर्शन देने में देर अब मत कीजिये।

सब कुछ करवाना प्रभु तू तो मुझसे, इस मानव जीवन का मौका सफल करने दीजिए।
https://www.youtube.com/watch?v=NN0U9gm_wzI
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चाहता नही दुःख दर्द में दिलासा प्रभु, देना है तो सहनशक्ति और दीजिए।

मुहब्बत भरी नज़र डाल नही सकते जीवन में, करुणाभरी नज़र हम पर फेंक दीजिए।

पाई सारी खुदाई कमी तेरी नज़रों की जीवन में, वही नज़र मुझ पर अब डाल दीजिए।

हालत हमारी माँग रही है, दाद प्रभु तेरी, अब तो हालत पर हमारी रहम खाईये

नाकामयाबियों की पहन कर माला, घूम रहे हैं इस संसार में, एकबार नज़र इस पर डालिये।

हर बार कोशिश कर रहें है हम, अब हमारी कोशिशों को, मंजिल पर पहुँचा दीजिए।

टूटे ना हिम्मत से जीवन में कभी, ऐसी हिम्मत हमारे दिल में तो भर दीजिए।

लिखी है जब हमारे जीवन की कहानी, जीवन में से असत्य का अक्षर मिटा दीजिए।

राजी हूँ तो मैं, जब तेरी राजी में प्रभु, दर्शन देने में देर अब मत कीजिये।

सब कुछ करवाना प्रभु तू तो मुझसे, इस मानव जीवन का मौका सफल करने दीजिए।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

cāhatā nahī duḥkha darda mēṁ dilāsā prabhu, dēnā hai tō sahanaśakti aura dījiē।

muhabbata bharī naja़ra ḍāla nahī sakatē jīvana mēṁ, karuṇābharī naja़ra hama para phēṁka dījiē।

pāī sārī khudāī kamī tērī naja़rōṁ kī jīvana mēṁ, vahī naja़ra mujha para aba ḍāla dījiē।

hālata hamārī mām̐ga rahī hai, dāda prabhu tērī, aba tō hālata para hamārī rahama khāīyē

nākāmayābiyōṁ kī pahana kara mālā, ghūma rahē haiṁ isa saṁsāra mēṁ, ēkabāra naja़ra isa para ḍāliyē।

hara bāra kōśiśa kara rahēṁ hai hama, aba hamārī kōśiśōṁ kō, maṁjila para pahum̐cā dījiē।

ṭūṭē nā himmata sē jīvana mēṁ kabhī, aisī himmata hamārē dila mēṁ tō bhara dījiē।

likhī hai jaba hamārē jīvana kī kahānī, jīvana mēṁ sē asatya kā akṣara miṭā dījiē।

rājī hūm̐ tō maiṁ, jaba tērī rājī mēṁ prabhu, darśana dēnē mēṁ dēra aba mata kījiyē।

saba kucha karavānā prabhu tū tō mujhasē, isa mānava jīvana kā maukā saphala karanē dījiē।
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Hindi Bhajan no. 6403 by Satguru Devendra Ghia - Kaka

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