1997-02-24
1997-02-24
1997-02-24
https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=16632
अगर मगर करना तू छोड़ दे, करना है ज़ो शुरू, शुरू व़ह तू कर दे
अगर मगर करना तू छोड़ दे, करना है ज़ो शुरू, शुरू व़ह तू कर दे,
जीवन की इस राह पर तू चल दे, जीवन की इस राह पर तू चल दे।
रुके जहाँ जो तेरे पाँव, मुकाम वहाँ तू कर दे, चलना फिर से शुरू कर दे,
करके दिल में बुलंद हौसला, मंजिल की ओर तू चल दे, मंजिल की ओर तू चल दे।
जीवन में मंजिल तय करके, मंजिल को लक्ष्य में रख कर, मंजिल की ओर तू चल दे,
खुदा तेरी मंजिल है बंदे, खुदा को दिल में रख कर, खुदा की ओर तू चल दे।
प्यार भरे दिल को साथ लेकर, तेरी मंजिल की ओर जीवन में तू चल दे,
हर कदम पर विश्वास का श्वास भर कर जीवन में ख़ुदा की ओर तू चल दे।
इधर उधर लक्ष्य बदलना तू छोड़ दे, मंजिल को लक्ष्य में रखकर मंजिल की ओर तू चल दे,
यह संतो की राय है, इस राय को ध्यान में रखते रखते, तू मंजिल की ओर चल दे।
https://www.youtube.com/watch?v=Zlnvgq4Q5zk
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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अगर मगर करना तू छोड़ दे, करना है ज़ो शुरू, शुरू व़ह तू कर दे,
जीवन की इस राह पर तू चल दे, जीवन की इस राह पर तू चल दे।
रुके जहाँ जो तेरे पाँव, मुकाम वहाँ तू कर दे, चलना फिर से शुरू कर दे,
करके दिल में बुलंद हौसला, मंजिल की ओर तू चल दे, मंजिल की ओर तू चल दे।
जीवन में मंजिल तय करके, मंजिल को लक्ष्य में रख कर, मंजिल की ओर तू चल दे,
खुदा तेरी मंजिल है बंदे, खुदा को दिल में रख कर, खुदा की ओर तू चल दे।
प्यार भरे दिल को साथ लेकर, तेरी मंजिल की ओर जीवन में तू चल दे,
हर कदम पर विश्वास का श्वास भर कर जीवन में ख़ुदा की ओर तू चल दे।
इधर उधर लक्ष्य बदलना तू छोड़ दे, मंजिल को लक्ष्य में रखकर मंजिल की ओर तू चल दे,
यह संतो की राय है, इस राय को ध्यान में रखते रखते, तू मंजिल की ओर चल दे।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
agara magara karanā tū chōḍa़ dē, karanā hai ja़ō śurū, śurū va़ha tū kara dē,
jīvana kī isa rāha para tū cala dē, jīvana kī isa rāha para tū cala dē।
rukē jahām̐ jō tērē pām̐va, mukāma vahām̐ tū kara dē, calanā phira sē śurū kara dē,
karakē dila mēṁ bulaṁda hausalā, maṁjila kī ōra tū cala dē, maṁjila kī ōra tū cala dē।
jīvana mēṁ maṁjila taya karakē, maṁjila kō lakṣya mēṁ rakha kara, maṁjila kī ōra tū cala dē,
khudā tērī maṁjila hai baṁdē, khudā kō dila mēṁ rakha kara, khudā kī ōra tū cala dē।
pyāra bharē dila kō sātha lēkara, tērī maṁjila kī ōra jīvana mēṁ tū cala dē,
hara kadama para viśvāsa kā śvāsa bhara kara jīvana mēṁ kha़udā kī ōra tū cala dē।
idhara udhara lakṣya badalanā tū chōḍa़ dē, maṁjila kō lakṣya mēṁ rakhakara maṁjila kī ōra tū cala dē,
yaha saṁtō kī rāya hai, isa rāya kō dhyāna mēṁ rakhatē rakhatē, tū maṁjila kī ōra cala dē।
English Explanation: |
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Leave aside your ifs and buts. What you have to start, now you start it.
Now start walking on this path in life.
Where your feet stop, make that your halt and start walking once again from that point.
Make your courage stronger and start walking towards your goal.
Decide your goal in life, keep your goal in sight, start walking towards your goal.
God is your goal, oh lost soul. Keep God in your heart and start walking towards God.
Take your love filled heart, walk towards your goal in life.
At every step, take a breath of faith and walk towards God in life.
Stop changing your goals every now and then, keep your goal in sight and walk towards your goal.
This is the advise of saints. Keep this advise in your mind and start walking towards your goal.
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