1995-12-22
1995-12-22
1995-12-22
https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=12066
आरजूएँ रखी हैं कई तेरे चरणो में, तू स्वीकारे सब या ना सही
आरजूएँ रखी हैं कई तेरे चरणो में, तू स्वीकारे सब या ना सही,
एक आरजू है यह मेरी, उठती है, बार बार यह मेरे दिल में,
कि, मैं तुझे अपनाना चाहता हूँ, मैं तेरा बनना चाहता हूँ
है ज़िंदगी तो मेरी आरजू, मैं अपनी आरजू में जी रहा हूँ, कर दे पूरी यह मेरी आरजू।
यकीन है मुझे नाउम्मीद ना करेगा तू मुझे, कभी स्वीकार करेगा यह आरजू मेरी।
नज़रों में रहता है हर दम तू मेरी, रहूँ सदा मैं नज़रो में तेरी, आरजू है यह मेरी।
ना जानता हूँ मैं राह मेरी सच्ची है, या कच्ची, यकीन है पूरा, गले लगाऊँगा मंजिल को मेरी।
यह कोई सुनी सुनाई बात नही, यह पुकार है मेरे दिल की
ना कानून है पास मेरा, है प्यार तो कानून मेरा, फिर भी फैसला तेरा मैं चाहता हूँ।
रहम ना खाना हालत पर तू मेरी, तेरे दिल में आए जो कभी, दर्द मेरा बनने वाला है।
दूरी है किस बात की, जब तू श्वासो में मेरे सदा रहता है, फिर भी यह आरजू है मेरी
यकीन है मुझे दिल में, जब मैं तुझे याद करता हूँ, तू भी मुझे याद करता है।
आने ना देना और ख्याल मेरे दिल में, यह दिल भी मैं तुझे देना चाहता हूँ।
https://www.youtube.com/watch?v=kSN5puKADz8
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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आरजूएँ रखी हैं कई तेरे चरणो में, तू स्वीकारे सब या ना सही,
एक आरजू है यह मेरी, उठती है, बार बार यह मेरे दिल में,
कि, मैं तुझे अपनाना चाहता हूँ, मैं तेरा बनना चाहता हूँ
है ज़िंदगी तो मेरी आरजू, मैं अपनी आरजू में जी रहा हूँ, कर दे पूरी यह मेरी आरजू।
यकीन है मुझे नाउम्मीद ना करेगा तू मुझे, कभी स्वीकार करेगा यह आरजू मेरी।
नज़रों में रहता है हर दम तू मेरी, रहूँ सदा मैं नज़रो में तेरी, आरजू है यह मेरी।
ना जानता हूँ मैं राह मेरी सच्ची है, या कच्ची, यकीन है पूरा, गले लगाऊँगा मंजिल को मेरी।
यह कोई सुनी सुनाई बात नही, यह पुकार है मेरे दिल की
ना कानून है पास मेरा, है प्यार तो कानून मेरा, फिर भी फैसला तेरा मैं चाहता हूँ।
रहम ना खाना हालत पर तू मेरी, तेरे दिल में आए जो कभी, दर्द मेरा बनने वाला है।
दूरी है किस बात की, जब तू श्वासो में मेरे सदा रहता है, फिर भी यह आरजू है मेरी
यकीन है मुझे दिल में, जब मैं तुझे याद करता हूँ, तू भी मुझे याद करता है।
आने ना देना और ख्याल मेरे दिल में, यह दिल भी मैं तुझे देना चाहता हूँ।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
ārajūēm̐ rakhī haiṁ kaī tērē caraṇō mēṁ, tū svīkārē saba yā nā sahī,
ēka ārajū hai yaha mērī, uṭhatī hai, bāra bāra yaha mērē dila mēṁ,
ki, maiṁ tujhē apanānā cāhatā hūm̐, maiṁ tērā bananā cāhatā hūm̐
hai ja़iṁdagī tō mērī ārajū, maiṁ apanī ārajū mēṁ jī rahā hūm̐, kara dē pūrī yaha mērī ārajū।
yakīna hai mujhē nāummīda nā karēgā tū mujhē, kabhī svīkāra karēgā yaha ārajū mērī।
naja़rōṁ mēṁ rahatā hai hara dama tū mērī, rahūm̐ sadā maiṁ naja़rō mēṁ tērī, ārajū hai yaha mērī।
nā jānatā hūm̐ maiṁ rāha mērī saccī hai, yā kaccī, yakīna hai pūrā, galē lagāūm̐gā maṁjila kō mērī।
yaha kōī sunī sunāī bāta nahī, yaha pukāra hai mērē dila kī
nā kānūna hai pāsa mērā, hai pyāra tō kānūna mērā, phira bhī phaisalā tērā maiṁ cāhatā hūm̐।
rahama nā khānā hālata para tū mērī, tērē dila mēṁ āē jō kabhī, darda mērā bananē vālā hai।
dūrī hai kisa bāta kī, jaba tū śvāsō mēṁ mērē sadā rahatā hai, phira bhī yaha ārajū hai mērī
yakīna hai mujhē dila mēṁ, jaba maiṁ tujhē yāda karatā hūm̐, tū bhī mujhē yāda karatā hai।
ānē nā dēnā aura khyāla mērē dila mēṁ, yaha dila bhī maiṁ tujhē dēnā cāhatā hūm̐।
English Explanation: |
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I have offered all my wishes to your lotus feet, you may accept them all or not,
But one wish of mine, emerges in my heart frequently,
That I want to embrqce you, I want to become yours.
My life is this wish, I am living in my wish, please fulfil this wish of mine.
I am sure that you will not disappoint me, someday you will accept this wish of mine.
You are always in my vision, I should always remain in your sight, that is my wish.
I do not know whether my path is right or wrong, but I am hundred percent sure that I will accept the result completely.
This is not some wishful talk, this is the call of my heart.
I do not have any laws with me, my love is my law, yet I want the judgement from you.
Do not feel pity on my state, if it ever arises it your heart, it will be painful for me.
Why is there separation between us, when you stay in every breath of mine, yet i have this wish,
I have this surety in my heart that when I remember you, you also remember me.
Do not let any other thought come in my mind, I want to offer my heart also to you.
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