Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 5832 | Date: 21-Jun-1995
यदि प्रभु किया तूने सब कुछ हमारे लिये, फिर भी हमने सहन कुछ कम नही किया है
Yadi prabhu kiyā tūnē saba kucha hamārē liyē, phira bhī hamanē sahana kucha kama nahī kiyā hai

પ્રેમ, ભક્તિ, શિસ્ત, શાંતિ (Love, Worship, Discipline, Peace)

Hymn No. 5832 | Date: 21-Jun-1995

यदि प्रभु किया तूने सब कुछ हमारे लिये, फिर भी हमने सहन कुछ कम नही किया है

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yadi prabhu kiyā tūnē saba kucha hamārē liyē, phira bhī hamanē sahana kucha kama nahī kiyā hai

પ્રેમ, ભક્તિ, શિસ્ત, શાંતિ (Love, Worship, Discipline, Peace)

1995-06-21 1995-06-21 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=1320 यदि प्रभु किया तूने सब कुछ हमारे लिये, फिर भी हमने सहन कुछ कम नही किया है यदि प्रभु किया तूने सब कुछ हमारे लिये, फिर भी हमने सहन कुछ कम नही किया है

यदि ना गुनहगार तुझे समझूँ, ना गुनहगार मुझे भी समझ सकूँ।

ना तू दूरी मिटा सका है हमारे जीवन में, ना दूरी मिटाने की कोशिश की है हमने,

गिने गुनहगार फिर, दोनों तरफ से गुनाह हुए जा रहे हैं।

ना हम तुझे देखे, फिर भी तू हमें देखे जा रहा है।

ना हम तुझे खेल खिला सके, फिर भी तू हमें खेल खिलाये जा रहा है।

दुःख-दर्द से तू परे है, क्यों हमें दुःख दर्द में डुबोये जा रहा है।

हैं हम जब तेरे ही संतान, क्यों ना तू हमें गले लगाता है,

लायक नही हैं हम, फिर भी हमें प्रेम क्यों किये जा रहा है।

तेरी करामतों से हैरान हैं हम, हमें और हैरान क्यों किये जा रहा है।
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यदि प्रभु किया तूने सब कुछ हमारे लिये, फिर भी हमने सहन कुछ कम नही किया है

यदि ना गुनहगार तुझे समझूँ, ना गुनहगार मुझे भी समझ सकूँ।

ना तू दूरी मिटा सका है हमारे जीवन में, ना दूरी मिटाने की कोशिश की है हमने,

गिने गुनहगार फिर, दोनों तरफ से गुनाह हुए जा रहे हैं।

ना हम तुझे देखे, फिर भी तू हमें देखे जा रहा है।

ना हम तुझे खेल खिला सके, फिर भी तू हमें खेल खिलाये जा रहा है।

दुःख-दर्द से तू परे है, क्यों हमें दुःख दर्द में डुबोये जा रहा है।

हैं हम जब तेरे ही संतान, क्यों ना तू हमें गले लगाता है,

लायक नही हैं हम, फिर भी हमें प्रेम क्यों किये जा रहा है।

तेरी करामतों से हैरान हैं हम, हमें और हैरान क्यों किये जा रहा है।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

yadi prabhu kiyā tūnē saba kucha hamārē liyē, phira bhī hamanē sahana kucha kama nahī kiyā hai

yadi nā gunahagāra tujhē samajhūm̐, nā gunahagāra mujhē bhī samajha sakūm̐।

nā tū dūrī miṭā sakā hai hamārē jīvana mēṁ, nā dūrī miṭānē kī kōśiśa kī hai hamanē,

ginē gunahagāra phira, dōnōṁ tarapha sē gunāha huē jā rahē haiṁ।

nā hama tujhē dēkhē, phira bhī tū hamēṁ dēkhē jā rahā hai।

nā hama tujhē khēla khilā sakē, phira bhī tū hamēṁ khēla khilāyē jā rahā hai।

duḥkha-darda sē tū parē hai, kyōṁ hamēṁ duḥkha darda mēṁ ḍubōyē jā rahā hai।

haiṁ hama jaba tērē hī saṁtāna, kyōṁ nā tū hamēṁ galē lagātā hai,

lāyaka nahī haiṁ hama, phira bhī hamēṁ prēma kyōṁ kiyē jā rahā hai।

tērī karāmatōṁ sē hairāna haiṁ hama, hamēṁ aura hairāna kyōṁ kiyē jā rahā hai।
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Hindi Bhajan no. 5832 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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