Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 7440 | Date: 03-Jul-1998
क्या है तू, कौन है तू, कहाँ है तू, कैसे मैं वह जानूँ
Kyā hai tū, kauna hai tū, kahām̐ hai tū, kaisē maiṁ vaha jānūm̐

પ્રાર્થના, ધ્યાન, અરજી, વિનંતી (Prayer, Meditation, Request)

Hymn No. 7440 | Date: 03-Jul-1998

क्या है तू, कौन है तू, कहाँ है तू, कैसे मैं वह जानूँ

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kyā hai tū, kauna hai tū, kahām̐ hai tū, kaisē maiṁ vaha jānūm̐

પ્રાર્થના, ધ્યાન, અરજી, વિનંતી (Prayer, Meditation, Request)

1998-07-03 1998-07-03 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=15429 क्या है तू, कौन है तू, कहाँ है तू, कैसे मैं वह जानूँ क्या है तू, कौन है तू, कहाँ है तू, कैसे मैं वह जानूँ,

दृष्टि मेरी तो जग देखे, तुझे देखने की दृष्टि मैं कहाँ से लाऊँ।

पाना है प्रभु तुझे इस जीवन में, तुझसे ही बिनती मैं तो करूँ

डूब रहा हूँ इस संसार में, कैसे पार उसे मैं तो कर पाऊँ।

घूमता रहा हूँ माया के जग में, जन्म व्यर्थ तो मैं गवाऊँ,

तेरे बिना रहे श्वास मेरे अधूरे, और श्वास कहाँ से लाऊँ।

बिना देखे तुझ से है प्रेम मेरा, तेरे दर्शन मैं तो कैसे पाऊँ,

दुःख दर्द से रहा जनम भर नाता, वह ना मैं तो तोड़ पाऊँ।

तू है मेरा, है अहसास दिल में, पाना दर्शन कैसे ना चाहूँ,

है तेरे काम में तू व्यस्त, देखना, तेरे प्यार में व्यस्त मैं रहूँ।
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क्या है तू, कौन है तू, कहाँ है तू, कैसे मैं वह जानूँ,

दृष्टि मेरी तो जग देखे, तुझे देखने की दृष्टि मैं कहाँ से लाऊँ।

पाना है प्रभु तुझे इस जीवन में, तुझसे ही बिनती मैं तो करूँ

डूब रहा हूँ इस संसार में, कैसे पार उसे मैं तो कर पाऊँ।

घूमता रहा हूँ माया के जग में, जन्म व्यर्थ तो मैं गवाऊँ,

तेरे बिना रहे श्वास मेरे अधूरे, और श्वास कहाँ से लाऊँ।

बिना देखे तुझ से है प्रेम मेरा, तेरे दर्शन मैं तो कैसे पाऊँ,

दुःख दर्द से रहा जनम भर नाता, वह ना मैं तो तोड़ पाऊँ।

तू है मेरा, है अहसास दिल में, पाना दर्शन कैसे ना चाहूँ,

है तेरे काम में तू व्यस्त, देखना, तेरे प्यार में व्यस्त मैं रहूँ।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

kyā hai tū, kauna hai tū, kahām̐ hai tū, kaisē maiṁ vaha jānūm̐,

dr̥ṣṭi mērī tō jaga dēkhē, tujhē dēkhanē kī dr̥ṣṭi maiṁ kahām̐ sē lāūm̐।

pānā hai prabhu tujhē isa jīvana mēṁ, tujhasē hī binatī maiṁ tō karūm̐

ḍūba rahā hūm̐ isa saṁsāra mēṁ, kaisē pāra usē maiṁ tō kara pāūm̐।

ghūmatā rahā hūm̐ māyā kē jaga mēṁ, janma vyartha tō maiṁ gavāūm̐,

tērē binā rahē śvāsa mērē adhūrē, aura śvāsa kahām̐ sē lāūm̐।

binā dēkhē tujha sē hai prēma mērā, tērē darśana maiṁ tō kaisē pāūm̐,

duḥkha darda sē rahā janama bhara nātā, vaha nā maiṁ tō tōḍa़ pāūm̐।

tū hai mērā, hai ahasāsa dila mēṁ, pānā darśana kaisē nā cāhūm̐,

hai tērē kāma mēṁ tū vyasta, dēkhanā, tērē pyāra mēṁ vyasta maiṁ rahūm̐।
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Hindi Bhajan no. 7440 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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