Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 6793 | Date: 25-May-1997
खोया हुआ, जीवन संगीत ढूँढ़ रहा हूँ, दिल तू सँभल के रहना
Khōyā huā, jīvana saṁgīta ḍhūm̐ḍha़ rahā hūm̐, dila tū sam̐bhala kē rahanā

જીવન માર્ગ, સમજ (Life Approach, Understanding)

Hymn No. 6793 | Date: 25-May-1997

खोया हुआ, जीवन संगीत ढूँढ़ रहा हूँ, दिल तू सँभल के रहना

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khōyā huā, jīvana saṁgīta ḍhūm̐ḍha़ rahā hūm̐, dila tū sam̐bhala kē rahanā

જીવન માર્ગ, સમજ (Life Approach, Understanding)

1997-05-25 1997-05-25 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=16780 खोया हुआ, जीवन संगीत ढूँढ़ रहा हूँ, दिल तू सँभल के रहना खोया हुआ, जीवन संगीत ढूँढ़ रहा हूँ, दिल तू सँभल के रहना,

जितना सफर चल रहा है पैर मेरे, सफर में, ना तू डगमगाना।

छोड़ दे नज़र तो तू गमगीनी, आखिर दिल को भी तो सँभालना है,

मन तू साथ पूरा देना, छोड़ के तेरा जगह जगह पर तो भटकना।

छेड़ रही कुदरत तो हरदम, भरा-भरा तो उनका तो तराना,

चूकना ना दिल तू, थामना तो इसे, जीवन में तो कुदरत का तराना।

दिल तू झूम उठना, पवन की लहरें छेड़ें जब उसका तो तराना,

नदियों की धारा में बह रहा है, उसका तो तराना, दिल तू उसे थाम लेना।

समुद्र की लहरें छेड़ रहा है संगीत उसका, उसे थामना ना तू भूलाना,

चाँद की किरणें, भेज रही हैं संगीत उसका, दिल तू दिल में रखना।
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खोया हुआ, जीवन संगीत ढूँढ़ रहा हूँ, दिल तू सँभल के रहना,

जितना सफर चल रहा है पैर मेरे, सफर में, ना तू डगमगाना।

छोड़ दे नज़र तो तू गमगीनी, आखिर दिल को भी तो सँभालना है,

मन तू साथ पूरा देना, छोड़ के तेरा जगह जगह पर तो भटकना।

छेड़ रही कुदरत तो हरदम, भरा-भरा तो उनका तो तराना,

चूकना ना दिल तू, थामना तो इसे, जीवन में तो कुदरत का तराना।

दिल तू झूम उठना, पवन की लहरें छेड़ें जब उसका तो तराना,

नदियों की धारा में बह रहा है, उसका तो तराना, दिल तू उसे थाम लेना।

समुद्र की लहरें छेड़ रहा है संगीत उसका, उसे थामना ना तू भूलाना,

चाँद की किरणें, भेज रही हैं संगीत उसका, दिल तू दिल में रखना।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

khōyā huā, jīvana saṁgīta ḍhūm̐ḍha़ rahā hūm̐, dila tū sam̐bhala kē rahanā,

jitanā saphara cala rahā hai paira mērē, saphara mēṁ, nā tū ḍagamagānā।

chōḍa़ dē naja़ra tō tū gamagīnī, ākhira dila kō bhī tō sam̐bhālanā hai,

mana tū sātha pūrā dēnā, chōḍa़ kē tērā jagaha jagaha para tō bhaṭakanā।

chēḍa़ rahī kudarata tō haradama, bharā-bharā tō unakā tō tarānā,

cūkanā nā dila tū, thāmanā tō isē, jīvana mēṁ tō kudarata kā tarānā।

dila tū jhūma uṭhanā, pavana kī laharēṁ chēḍa़ēṁ jaba usakā tō tarānā,

nadiyōṁ kī dhārā mēṁ baha rahā hai, usakā tō tarānā, dila tū usē thāma lēnā।

samudra kī laharēṁ chēḍa़ rahā hai saṁgīta usakā, usē thāmanā nā tū bhūlānā,

cām̐da kī kiraṇēṁ, bhēja rahī haiṁ saṁgīta usakā, dila tū dila mēṁ rakhanā।
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Hindi Bhajan no. 6793 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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