Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 8475 | Date: 12-Mar-2000
मोहब्बत की राह में हम हैं तुम्हारे, तुम हो हमारे
Mōhabbata kī rāha mēṁ hama haiṁ tumhārē, tuma hō hamārē

મન, દિલ, ભાવ, વિચાર, યાદ (Mind, Heart, Feelings, Thoughts, Remembrance)

Hymn No. 8475 | Date: 12-Mar-2000

मोहब्बत की राह में हम हैं तुम्हारे, तुम हो हमारे

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mōhabbata kī rāha mēṁ hama haiṁ tumhārē, tuma hō hamārē

મન, દિલ, ભાવ, વિચાર, યાદ (Mind, Heart, Feelings, Thoughts, Remembrance)

2000-03-12 2000-03-12 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=17462 मोहब्बत की राह में हम हैं तुम्हारे, तुम हो हमारे मोहब्बत की राह में हम हैं तुम्हारे, तुम हो हमारे,

बढ़ा के दिल की धड़कन, अब दिल को सँवारे।

हमारे चित्त में सदा आप रहे, आपके चित्त में हमें रखे

दिल की गली-गली में, नाम तेरा ही रटते हैं,

तेरे प्रेम का मिले दर्द, नित्य हमें मिलता रहे।

तेरे विचारों से मन हमारा तो भर-भरा रहे,

काल कोठरी में बँधे हैं हम, सानिध्य तुम्हारा मिले।

तेरे बिना सब जग है झ़ूठा, अहसास हमें हरदम रहे,

करे ना दुःखी किसी को ना दुःखी जग में रहे।

तेरे ही आँगन में हम फूल बनकर खिले

प्रभु हमें ऐसा रखे, प्रभु हमें ऐसा रखे।
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मोहब्बत की राह में हम हैं तुम्हारे, तुम हो हमारे,

बढ़ा के दिल की धड़कन, अब दिल को सँवारे।

हमारे चित्त में सदा आप रहे, आपके चित्त में हमें रखे

दिल की गली-गली में, नाम तेरा ही रटते हैं,

तेरे प्रेम का मिले दर्द, नित्य हमें मिलता रहे।

तेरे विचारों से मन हमारा तो भर-भरा रहे,

काल कोठरी में बँधे हैं हम, सानिध्य तुम्हारा मिले।

तेरे बिना सब जग है झ़ूठा, अहसास हमें हरदम रहे,

करे ना दुःखी किसी को ना दुःखी जग में रहे।

तेरे ही आँगन में हम फूल बनकर खिले

प्रभु हमें ऐसा रखे, प्रभु हमें ऐसा रखे।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

mōhabbata kī rāha mēṁ hama haiṁ tumhārē, tuma hō hamārē,

baḍha़ā kē dila kī dhaḍa़kana, aba dila kō sam̐vārē।

hamārē citta mēṁ sadā āpa rahē, āpakē citta mēṁ hamēṁ rakhē

dila kī galī-galī mēṁ, nāma tērā hī raṭatē haiṁ,

tērē prēma kā milē darda, nitya hamēṁ milatā rahē।

tērē vicārōṁ sē mana hamārā tō bhara-bharā rahē,

kāla kōṭharī mēṁ bam̐dhē haiṁ hama, sānidhya tumhārā milē।

tērē binā saba jaga hai jha़ūṭhā, ahasāsa hamēṁ haradama rahē,

karē nā duḥkhī kisī kō nā duḥkhī jaga mēṁ rahē।

tērē hī ām̐gana mēṁ hama phūla banakara khilē

prabhu hamēṁ aisā rakhē, prabhu hamēṁ aisā rakhē।
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Hindi Bhajan no. 8475 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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