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ना जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने नया अंदाज देखा न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में नशीले नशे का अंदाज देखा न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में, दिल का आराम देखा न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में, मेरे दिल की उम्मीदों का किनारा देखा न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने मेरे दिल की दौलत देखी, न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने मेरे दिल की आवाज सुनी न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने दिल की दवा देखी न जाने क्यों?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने अपनी मंजिले बहार देखी?
न जाने क्यों आपकी नज़रों में मैंने प्यार का इज़हार देखा?
न जाने क्यों नजाने क्यों ये सब मैंने आपकी ही आँखों में देखा?
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)