Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 7456 | Date: 08-Jul-1998
ना दिल में है कोई उम्मीद भरी, ना है शिकायत भरी
Nā dila mēṁ hai kōī ummīda bharī, nā hai śikāyata bharī

મન, દિલ, ભાવ, વિચાર, યાદ (Mind, Heart, Feelings, Thoughts, Remembrance)

Hymn No. 7456 | Date: 08-Jul-1998

ना दिल में है कोई उम्मीद भरी, ना है शिकायत भरी

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nā dila mēṁ hai kōī ummīda bharī, nā hai śikāyata bharī

મન, દિલ, ભાવ, વિચાર, યાદ (Mind, Heart, Feelings, Thoughts, Remembrance)

1998-07-08 1998-07-08 https://www.kakabhajans.org/bhajan/default.aspx?id=15445 ना दिल में है कोई उम्मीद भरी, ना है शिकायत भरी ना दिल में है कोई उम्मीद भरी, ना है शिकायत भरी

फिर भी यह दिल मेरा, तेरा दीवाना दीवाना दीवाना है।

देना है तुम्हें, यदि शिक्षा मुझे तो इस जगमें

तो मस्तक तो यह, तुम्हारा तुम्हारा तुम्हारा है।

ढूँढ़ने निकला प्यार जग में, फिरा मैं जग के कोने-कोने में

भूल गया जीवन में, दिल तेरा प्यार का खजाना खजाना खजाना है।

तुझे ढूँढ़ने मैं फिरा, जग के कोन-कोने में,

भूल गया ढूँढ़ना तो दिल मेरा, जहाँ तेरा, बसेरा बसेरा बसेरा है।
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ना दिल में है कोई उम्मीद भरी, ना है शिकायत भरी

फिर भी यह दिल मेरा, तेरा दीवाना दीवाना दीवाना है।

देना है तुम्हें, यदि शिक्षा मुझे तो इस जगमें

तो मस्तक तो यह, तुम्हारा तुम्हारा तुम्हारा है।

ढूँढ़ने निकला प्यार जग में, फिरा मैं जग के कोने-कोने में

भूल गया जीवन में, दिल तेरा प्यार का खजाना खजाना खजाना है।

तुझे ढूँढ़ने मैं फिरा, जग के कोन-कोने में,

भूल गया ढूँढ़ना तो दिल मेरा, जहाँ तेरा, बसेरा बसेरा बसेरा है।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
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nā dila mēṁ hai kōī ummīda bharī, nā hai śikāyata bharī

phira bhī yaha dila mērā, tērā dīvānā dīvānā dīvānā hai।

dēnā hai tumhēṁ, yadi śikṣā mujhē tō isa jagamēṁ

tō mastaka tō yaha, tumhārā tumhārā tumhārā hai।

ḍhūm̐ḍha़nē nikalā pyāra jaga mēṁ, phirā maiṁ jaga kē kōnē-kōnē mēṁ

bhūla gayā jīvana mēṁ, dila tērā pyāra kā khajānā khajānā khajānā hai।

tujhē ḍhūm̐ḍha़nē maiṁ phirā, jaga kē kōna-kōnē mēṁ,

bhūla gayā ḍhūm̐ḍha़nā tō dila mērā, jahām̐ tērā, basērā basērā basērā hai।
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Hindi Bhajan no. 7456 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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