1997-09-23
1997-09-23
1997-09-23
https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=15000
क्या क्या करिश्मा दिखाये प्रभु तूने तो इस जग में
क्या क्या करिश्मा दिखाये प्रभु तूने तो इस जग में,
स्वयं की ज्योत जला दी तूने इस जग के कोने-कोने में।
तन बदन रखा तूने गरम, तेरी इस जलती ज्योत ने,
निकल गयी जब यह ज्योत, बना दिया तो ठंडा इसे
रची सृष्टि ऐसी, नज़र में दिखाई दे, रचने वाला तू ना दिखाई दे
किया बंदोबस्त तूने ऐसा, जग का कोना, तेरे बिना खाली ना रहे
जग में खेल रहा है तू खेल, सब में रह के खेल खेल के
ना रहता है याद किसी को जग में, तू ही तो खेल खेलता है
फल फूल बनाये तो जग में तूने तो विविध प्रकार के
इन्सान भी बनाया तूने इस जग में तो विविध प्रकार के।
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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क्या क्या करिश्मा दिखाये प्रभु तूने तो इस जग में,
स्वयं की ज्योत जला दी तूने इस जग के कोने-कोने में।
तन बदन रखा तूने गरम, तेरी इस जलती ज्योत ने,
निकल गयी जब यह ज्योत, बना दिया तो ठंडा इसे
रची सृष्टि ऐसी, नज़र में दिखाई दे, रचने वाला तू ना दिखाई दे
किया बंदोबस्त तूने ऐसा, जग का कोना, तेरे बिना खाली ना रहे
जग में खेल रहा है तू खेल, सब में रह के खेल खेल के
ना रहता है याद किसी को जग में, तू ही तो खेल खेलता है
फल फूल बनाये तो जग में तूने तो विविध प्रकार के
इन्सान भी बनाया तूने इस जग में तो विविध प्रकार के।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
kyā kyā kariśmā dikhāyē prabhu tūnē tō isa jaga mēṁ,
svayaṁ kī jyōta jalā dī tūnē isa jaga kē kōnē-kōnē mēṁ।
tana badana rakhā tūnē garama, tērī isa jalatī jyōta nē,
nikala gayī jaba yaha jyōta, banā diyā tō ṭhaṁḍā isē
racī sr̥ṣṭi aisī, naja़ra mēṁ dikhāī dē, racanē vālā tū nā dikhāī dē
kiyā baṁdōbasta tūnē aisā, jaga kā kōnā, tērē binā khālī nā rahē
jaga mēṁ khēla rahā hai tū khēla, saba mēṁ raha kē khēla khēla kē
nā rahatā hai yāda kisī kō jaga mēṁ, tū hī tō khēla khēlatā hai
phala phūla banāyē tō jaga mēṁ tūnē tō vividha prakāra kē
insāna bhī banāyā tūnē isa jaga mēṁ tō vividha prakāra kē।
English Explanation |
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What what miracles you have shown god in this world.
You have lit your flame at every corner of the world.
You kept our body warm, by keeping your immortal flame burning.
When this burning flame left, it became cold.
You created the world, which could be seen but could not find the creator.
You made such arrangements, no corner in this world will remain empty.
You are playing a game in this world, your presence is not remembered by anyone in this world, this all you are playing yourself.
You created different varieties of flowers and fruits, similarly you created different types of human beings.
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