Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Bhaav Samadhi Vichaar Samadhi - Kaka Bhajans
Hymn No. 6527 | Date: 25-Dec-1996
हमारी किस्मत का फैसला हम करेंगे, हमारी किस्मत हम बदल देंगे
Hamārī kismata kā phaisalā hama karēṁgē, hamārī kismata hama badala dēṁgē

જીવન માર્ગ, સમજ (Life Approach, Understanding)

Hymn No. 6527 | Date: 25-Dec-1996

हमारी किस्मत का फैसला हम करेंगे, हमारी किस्मत हम बदल देंगे

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hamārī kismata kā phaisalā hama karēṁgē, hamārī kismata hama badala dēṁgē

જીવન માર્ગ, સમજ (Life Approach, Understanding)

1996-12-25 1996-12-25 https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=16514 हमारी किस्मत का फैसला हम करेंगे, हमारी किस्मत हम बदल देंगे हमारी किस्मत का फैसला हम करेंगे, हमारी किस्मत हम बदल देंगे

गलतियों को चुन चुनकर जीवन में से, जीवन से बाहर हम फेंक देंगे।

बुद्धि को साफ कर करके, शुद्ध बुद्धि से, जीवन में हम सब कार्य करेंगे

न आफतें से जीवन में डरेंगे, आफतों को जीवन में आसान बना देंगे।

हर एक डग जीवन में तो हम, विश्वास से और विश्वास से तो भरेंगे,

दुःख दर्द का दामन, जीवन में हम तो ना पकडेंगे, हम तो ना पकड़ेंगे।

आँसुओं को जीवन में हम दूर से सलाम करेंगे, साथ ना हम देंगे

हार के काबिल नही है हम, हर हार को जीत में हम तो बदल देंगे।

आशाओं का दामन पकड़ के, हर निराशाओं को, आशा में बदल देंगे

जीवन हम इस तरह जियेंगे, प्रभु को दर्शन के लिये मजबूर कर देंगे।
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हमारी किस्मत का फैसला हम करेंगे, हमारी किस्मत हम बदल देंगे

गलतियों को चुन चुनकर जीवन में से, जीवन से बाहर हम फेंक देंगे।

बुद्धि को साफ कर करके, शुद्ध बुद्धि से, जीवन में हम सब कार्य करेंगे

न आफतें से जीवन में डरेंगे, आफतों को जीवन में आसान बना देंगे।

हर एक डग जीवन में तो हम, विश्वास से और विश्वास से तो भरेंगे,

दुःख दर्द का दामन, जीवन में हम तो ना पकडेंगे, हम तो ना पकड़ेंगे।

आँसुओं को जीवन में हम दूर से सलाम करेंगे, साथ ना हम देंगे

हार के काबिल नही है हम, हर हार को जीत में हम तो बदल देंगे।

आशाओं का दामन पकड़ के, हर निराशाओं को, आशा में बदल देंगे

जीवन हम इस तरह जियेंगे, प्रभु को दर्शन के लिये मजबूर कर देंगे।




सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
Lyrics in English Increase Font Decrease Font

hamārī kismata kā phaisalā hama karēṁgē, hamārī kismata hama badala dēṁgē

galatiyōṁ kō cuna cunakara jīvana mēṁ sē, jīvana sē bāhara hama phēṁka dēṁgē।

buddhi kō sāpha kara karakē, śuddha buddhi sē, jīvana mēṁ hama saba kārya karēṁgē

na āphatēṁ sē jīvana mēṁ ḍarēṁgē, āphatōṁ kō jīvana mēṁ āsāna banā dēṁgē।

hara ēka ḍaga jīvana mēṁ tō hama, viśvāsa sē aura viśvāsa sē tō bharēṁgē,

duḥkha darda kā dāmana, jīvana mēṁ hama tō nā pakaḍēṁgē, hama tō nā pakaḍa़ēṁgē।

ām̐suōṁ kō jīvana mēṁ hama dūra sē salāma karēṁgē, sātha nā hama dēṁgē

hāra kē kābila nahī hai hama, hara hāra kō jīta mēṁ hama tō badala dēṁgē।

āśāōṁ kā dāmana pakaḍa़ kē, hara nirāśāōṁ kō, āśā mēṁ badala dēṁgē

jīvana hama isa taraha jiyēṁgē, prabhu kō darśana kē liyē majabūra kara dēṁgē।
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Hindi Bhajan no. 6527 by Satguru Devendra Ghia - Kaka
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