2001-12-09
2001-12-09
2001-12-09
https://www.kakabhajans.org/Bhajan/default.aspx?id=18484
ना नादान वे थे ना नादान हम थे
ना नादान वे थे ना नादान हम थे
दोनों ने जीवन में समझदारी गँवा दी
एक छोटी सी बात को बढ़ाकर, झगड़े का कारण बना दिया
प्रेम से आँखें जो मिलती थी, आज बैर से टकराने लगी।
जब खेल समझदारी का था, नसमझदारी विचारों में घुसा दिया,
हँसी मजाक जहाँ अच्छी ना लगती थी, मजाक का खेल खेल बैठा
मुख से गाली ना निकलती थी, आज तो वह सुननी पड़ी।
जिसे देखे बिना चैन ना मिलता था, आज जलन का कारण बन गई,
जिसे देख दिल में प्रेम के फूल खिलते थे, आज काँटे उगने लगे।
Satguru Shri Devendra Ghia (Kaka)
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ना नादान वे थे ना नादान हम थे
दोनों ने जीवन में समझदारी गँवा दी
एक छोटी सी बात को बढ़ाकर, झगड़े का कारण बना दिया
प्रेम से आँखें जो मिलती थी, आज बैर से टकराने लगी।
जब खेल समझदारी का था, नसमझदारी विचारों में घुसा दिया,
हँसी मजाक जहाँ अच्छी ना लगती थी, मजाक का खेल खेल बैठा
मुख से गाली ना निकलती थी, आज तो वह सुननी पड़ी।
जिसे देखे बिना चैन ना मिलता था, आज जलन का कारण बन गई,
जिसे देख दिल में प्रेम के फूल खिलते थे, आज काँटे उगने लगे।
सतगुरू देवेंद्र घिया (काका)
nā nādāna vē thē nā nādāna hama thē
dōnōṁ nē jīvana mēṁ samajhadārī gam̐vā dī
ēka chōṭī sī bāta kō baḍha़ākara, jhagaḍa़ē kā kāraṇa banā diyā
prēma sē ām̐khēṁ jō milatī thī, āja baira sē ṭakarānē lagī।
jaba khēla samajhadārī kā thā, nasamajhadārī vicārōṁ mēṁ ghusā diyā,
ham̐sī majāka jahām̐ acchī nā lagatī thī, majāka kā khēla khēla baiṭhā
mukha sē gālī nā nikalatī thī, āja tō vaha sunanī paḍa़ī।
jisē dēkhē binā caina nā milatā thā, āja jalana kā kāraṇa bana gaī,
jisē dēkha dila mēṁ prēma kē phūla khilatē thē, āja kām̐ṭē uganē lagē।
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